Monday, September 9, 2019

क्या होगा भविष्य में ?



आज जो अशांति, निराशा और विध्वंस ही विध्वंस हर ओर पसरा दीखायी दे रहा है, तो हमारे मन में कहीं १ प्रश्न उठता है कि आने वाले दिनों में क्या होगा इस दुनिया का. 
कही किसी सिरफिरे ने परमाणु युद्ध शुरू कर दिया तो क्या होगा?
क्या यह नस्ट हो जाएगी ?

ऐसे में परम पूज्य गुरुदेव, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा की गयी यह भविष्यवाणी  मन को सम्बल दे जाती हैं और आने वाले सुखद भविष्य का आभाष कराती है 

लगता  कि सभी संकट १ - १ करके टल जायेंगे, अणु युद्ध और विश्वयुध्द नहीं होगा और यह पृथ्वी भी वैसी ही बनी रहेगी जैसी अभी है.  
प्रदुषण को मनुष्य ना सम्हाल पायेगा तो अंतरिक्षिय प्रवाह उसका परिशोधन करेंगे। 

जनसँख्या जिस तेजी से बढ़ रही है वह दौड़ एक दसाब्दी में आधी रह जाएगी। 

रेगिस्तान और ऊसरो को उपजाऊ बनाया जायेगा और नदियों को समुद्र तक पहुंचने से पहले ही बांध कर 
सिचाई तथा अन्य परयोजनो के लिए पानी उपलब्ध कराया जायेगा. 

प्रजातंत्र में चल रही  धांधली में कटौती होगी, उपयुक्त व्यक्ति ही वोट पा सकेंगे, अफसरों के स्थान पर पंचायते और जन सहयोग से ऐसे प्रयास चलपडेंगे की सरकार पर निर्भरता कम होगी, 

नया नेतृत्व उभरेगा, अगले दिनों मनीषियों की ऐसी बिरादरी का उदय होगा जो देश, जाति, वर्ग के आधार पर विभाजित वर्त्तमान समुदाय को विश्वमानव स्तर की मान्यता देकर विश्व परिवार बनाकर रहने को सहमत करेंगे, तब विग्रह नहीं सृजन ही सब पर सवार रहेगा. 

विश्व परिवार की भावना दिन दिन जोर पकड़ेगी और १ दिन वह समय आएगा जब सरे विश्व के नागरिक बिना आपस में टकराये साथ साथ रहेंगे और मिलजुल कर ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न करेंगे जिसे पुरातन सतयुग के समतुल्य रखा जा सकता है इसके लिए नवसृजन का उत्साह उभरेगा, 

नए लोग नये परिवेश से आगे आएंगे, जिनकी पिछले दिनों कोई चर्चा तक ना थी, वे इस तत्परता से बाग़डोर सम्हालेंगे मानो वे इसके लिए ऊपर आसमान से आये हो या धरती फाड़ कर निकले हो.

यह हमारा सपनो का संसार है, इसके पीछे कल्पनाये या अटकलें काम नहीं कर रही है, वरन अदृश्य जगत में चल रही हलचलों को देखकर आभास होता है जिसे हम सत्य को अधिक निकट देखते है.

- प. पू. गुरुदेव पंड़ित श्रीराम शर्मा  "सतयुग की वापसी" पुस्तक से 

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